शहर
से एकदम अलग-थलग विकास को तरसता चमोली गाँव जहाँ लोग आने के लिए सौ बार सोचते हैं।
गाँव के लोगों ने आपस में धन एकत्रित करके राहगीरों के लिए वहाँ एक विश्राम गृह का
निर्माण करवाया और उसका उद्घाटन ग्राम प्रधान से करवाने का निर्णय सर्वसम्म्ति से
मान्य हुआ। लेकिन एकमात्र व्यक्ति संतोष विश्राम गृह का उद्घाटन प्रधान कि अपेक्षा
मंत्री जी से करवाने के पक्ष में था।
पहले
तो बिना जाने सभी संतोष की बात का विरोध करते रहे लेकिन जब उसने मंत्री जी से उद्घाटन
करने का लाभ बताया कि मंत्री जी जब गाँव में आएंगे तो शहर से गाँव तक की सड़क के
गड्ढे जिनके भरने के लिये हम महीनों से प्रयास कर रहे हैं वह अविलम्ब भर दिये
जाएंगे और मंत्री जी द्वारा उद्घाटन की खबर उनके साथ आये हुए मीडिया वाले अखबार और
टी वी में दिखाएंगे तो हमारे गाँव को एक नयी पहचान भी मिलेगी जिससे भविष्य में
दूसरी समस्याओं से छुटकारा मिलना भी आसान हो सकेगा। संतोष की सार्थक बात को सुनकर
प्रधान ने इसका अनुमोदन किया और सभी ने इसमें ही गाँव का निहित समझकर अपनी हामी भर
दी। अब सबको मंत्री जी के आने का नहीं बल्कि मंत्री जी के आने से सड़क के गड्ढे
भरने का इंतजार है। बुधवार, 26 अप्रैल 2017
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